मध्य प्रदेश
Ujjain आए Kumar Vishwas RSS को बताया अनपढ़, विरोध के बाद मांगी माफी
उज्जैन में रामकथा सुनाने पहुंचे कवि कुमार विश्वास द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS को अनपढ़ और वामपंथियों को कुपढ़ कहा गया है. यह बात उन्होंने बजट पर बात करते हुए कहीं. उनकी बात सुनकर सभा में मौजूद लोग हंस दिए और तालियां बजाने लगे. इस दौरान मध्य प्रदेश के मंत्री मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन सहित महापौर मुकेश टटवाल शामिल थे. इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद कुमार विश्वास ने माफी मांगी मांगते हुए कहा कि, “आपकी इस सामान्य बुद्धि में अगर ये प्रसंग किसी और तरीके से चला गया है तो उसके लिए मुझे माफ करें”.
रामकथा में कुमार विश्वास ने कहा, ‘आज से 4-5 साल पहले बजट आने वाला था. मैं अपने घर में स्टूडियो पर खड़ा था. कुछ रिकॉर्डिंग कर रहा था. वहां एक बच्चे ने मोबाइल ऑन कर दिया, वो बच्चा हमारे साथ काम करता है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी काम करता है. वो मुझसे बोला कि बजट आ रहा है, कैसा आना चाहिए. मैंने कहा- तुमने तो रामराज्य की सरकार बनाई है तो रामराज्य का बजट आना चाहिए. उसने कहा, रामराज्य में कहां बजट होता था.
मैंने कहा, समस्या तुम्हारी यही है कि वामपंथी तो कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़ हो. इस देश में दो ही लोगों का झगड़ा चल रहा है. एक वामपंथी हैं, वो कुपढ़ हैं, उन्होंने पढ़ा सब है, लेकिन सब गलत पढ़ा है. और एक ये वाला है, इन्होंने पढ़ा ही नहीं है. ये सिर्फ बोलते हैं- हमारे वेदों में… देखे नहीं हैं कि कैसे हैं. भाई पढ़ भी लो. तो बोले रामराज्य में किस बात का बजट.
कुमार ने कहा- भगवान ने चित्रकूट में भरत को रात में बैठकर समझाया, कहा कि- कैसे राज्य चलाते हैं. विशेष रूप से जो सबसे पुरानी राम कथाओं में है श्रीमद् भगवद्, वाल्मीकि रामायण के बाद आध्यात्म रामायण में इसका बड़ा अच्छा उल्लेख है, भगवान ने कहा राजा भरत से- बेटा टैक्स कैसे ले रहे हो, भरत ने कहा- हां, जैसे टैक्स लेते हैं. भगवान ने कहा- नहीं, हम सूर्यवंशी हैं. हमको टैक्स ऐसे लेना चाहिए, जैसे सूरज लेता है.
कुमार ने कहा- अब देखिए टैक्सेशन, यहां के वित्त मंत्री भी देखें और निर्मला सीतारमण भी सुनें. इससे फायदा होगा देश का और उनका स्वयं का. सूरज समुद्र से पानी ले लेता है, समुद्र को पता नहीं चलता. नदी से पानी ले लेता है, नदी को पता नहीं चलता. गिलास से पानी ले लेता है, गिलास को पता नहीं चलता.
अंजूरी में पानी लेकर जून के महीने में बाहर खड़े हो जाओ पांच मिनट में पानी खत्म हो जाता है. पानी कौन ले गया, सूरज. और इस पानी का क्या बनाता है, बादल. ये बादल इक्ट्ठा होकर कहां बरसते हैं, जहां पानी की आवश्यकता होती है. यानि कि राजा जब कर ले, टैक्स ले तो किसी को पता न चले कि टैक्स कट गया.
आपको बता दें कि कुमार विश्वास का बयान वायरल होते ही BJP प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने अपने ट्विटर पर कुमार विश्वास को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि तुम्हारा स्वागत करने आना पड़ेगा. कथा के लिए बुलाया गया, वह छोड़ बाकी सब करेंगे. अधूरे पढ़े-लिखे आप जैसे लोगों से तो हमारे कथित अनपढ़ कई गुना अच्छे हैं.
इस मामले में कांग्रेस की ओर से पार्टी के मीडिया विभाग के चेयरमैन केके मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा- “RSS अनपढ़ है” कुमार विश्वास जी के इस कथन से मैं इत्तफाक नहीं रखता. जिस विवि के कुलाधिपति हिटलर- मुसोलिनी हों, अनुचर झूठ को आग की फैला देते हों, सुशिक्षितों को भी मूर्ख बना देते हों वह अनपढ़ कैसे? वैसे कथाकारों को धर्म के घोड़े पर सवार होकर राजनैतिक टिप्पणियां करना भी अनुचित है.