ओमकारेश्वर में 44 दिनों से बंद पड़ा है झूला पुल बिना दर्शन किए वापस लौट रहे हैं श्रद्धालु
Omkareshwar News : भारत सहित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग नगरी ओमकारेश्वर में विशाल संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं जहां से ज्योतिर्लिंग भगवान ओमकारेश्वर के दर्शन के पश्चात जब नया झूला पुल पहुंच रहे हैं तो पुल बंद होने की वजह से उन्हें मायूसी के साथ वापस लौटना पड़ रहा है। वही पुल पर आवाजाही पूरी तरह बंद होने से श्रद्धालुओं को बिना दर्शन किए ही वापस लौटना पड़ा है। क्षेत्रवासियों के मन में गहरा रोष है जबकि स्थानीय लोग भी इस दिक्कत का सामना कर रहे हैं।
बता दे कि अमावस्या पूर्णिमा एवं सप्ताहांत और त्योहारी छुट्टी के चलते ओमकारेश्वर में अधिक संख्या में पर्यटक शिवलिंग के दर्शन करने पहुंच रहे है। शिवरात्रि सोमवती अमावस्या श्रद्धा अमावस्या जैसे बड़े पर्व पर मध्य प्रदेश के खंडवा जिला प्रशासन को अपनी उम्र पूरी कर चुके पुराने झूले पुल के ऊपर से रिस्क लेकर श्रद्धालुओं को नर्मदा पार कराना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग के रिपोर्ट के अनुसार पुराना झूला पुल अपनी तय उम्र को पार कर चुका है। बीते महीने फरवरी में खंडवा जिला प्रशासन ने नर्मदा नदी के ऊपर झूले पुल को स्थाई रूप से बंद कर दिया था। इसके बाद एनएसडीसी के सिविल महाप्रबंधक के साथ-साथ इंदौर के कमिश्नर पवन कुमार दुबे के लिए आदेश पर पुल की जांच करने पहुंची विशेषज्ञों की टीम ने इस बात को कबूल किया कि झूला पुल पर बेहद सीमित संख्या में लोगों का आगमन हो तभी से चालू रख सकते हैं। किंतु खंडवा जिला कलेक्टर बीते 2 महीने से रिपेयरिंग होने के पश्चात चालू करने का हवाला देते आ रहे हैं। इसी दौरान टूटा हुआ एक सस्पेंडिंग तार ठीक कर लिया गया है। और तो और पुल पर लगे टीन शेड को भी अब हटा लिया गया है।
स्थानीय लोग में गुस्सा
इस कार्य को करने के लिए एनएचडीसी कंपनी को महज 5 दिन लगे किंतु पुल को पिछले डेढ़ महीने से बंद रखने की वजह लोगों को अभी तक समझ नहीं आ रहे हैं। इसके बाद अब स्थानीय लोग धीरे-धीरे विरोध कर रहे हैं। 14 फरवरी से बंद हुए जुमले के दोनों सिरों पर ताले लगे हुए हैं। करीब 2 महीने से बंद हुए झूले पुल पर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए रैली कार्रवाई की जा रही है।
लोगों को आई दिक्कतें
ओमकारेश्वर नगर परिषद मनीषा परिहार ने कहा कि झूला पुल बंद किए जाने से आसपास के स्थानीय लोगों की दिक्कतें बढ़ गई। क्षेत्रवासियों को राशन दुकान से रोजाना का सामान खरीदने साप्ताहिक हाट बाजार करने या गर्भवती महिलाओं और बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए पुराने पुल मुख्य बाजार की भीड़ में से होकर जाना पड़ रहा है ऐसे में जिससे उन्हें अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है पुल के बंद होने से कई तरह की दिक्कतें आ रही है।
प्रशासन की लापरवाही से परेशान
इस मामले में नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पंडित नवल किशोर शर्मा ने बताया कि ओमकारेश्वर दर्शन करने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु इतने परेशान हो चुके हैं कि बगैर दर्शन किए हैं उन्हें वापस जाना पड़ रहा है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है वृद्धजनों को पालकी व्हीलचेयर नहीं मिल पा रही है। वही ना उसे मंदिर आने की सूची जाए तो सीढ़ियां उतर चाहड़ पाने में दिक्कत होती है। वही पुल के बंद होने से स्थानीय लोगों को रोजाना की चीज है लाने ले जाने में दिक्कत हो रही है। एनएचडीसी कंपनी और प्रशासनिक की ओर से लापरवाही की वजह से ही जनता दिक्कत का सामना कर रही है