“शिव” के “राज” में विकलांग को नही मिल रहा न्याय
भोपाल/रीवा। मध्य प्रदेश में रामराज्य की परिकल्पन करने वाली भाजपा सरकार का दावा है कि प्रदेश में पीडितो को त्वरित न्याय मिल रहा हैं। लेकिन हकिकत यह है कि न्याय के लिये आज भी गरीब पीहितो को प्रशासनिक अधिकारीयों के सामने गिडगिडाना पड रहा है लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है।
रीवा जिले के मनगवां का ऐसा ही मामला सामने आया हैं जहां विकलांग राहुल वर्मा साकेत मनगवां के ही प्रभारी तहसीलदार अनुराग त्रिपाठी के द्वारा प्राडित हुआ। दलित हैंडीकैप युवक राहुल वर्मा साकेत से नौकरी देने के नाम पर 50 हजार ठगी किए जाने के मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। प्रभारी तहसीलदार के द्वारा मनगवां निवासी राहुल वर्मा साकेत के साथ जिस तरह से नौकरी के नाम पर ताना-बाना बुनकर लूट की गई है इस घटना के बाद पूरे प्रदेश भर में ऐसे प्रभारी तहसीलदार के चलते हैं प्रशासन की किरकिरी हुई है।
अभी तक प्रभारी तहसीलदार अनुराग त्रिपाठी का निलंबन ना होने के कारण विवाद गहराता जा रहा है उक्त तहसीलदार के खिलाफ लगातार लोग मोर्चा खोल रखे है। विकलांग संघ के मीडिया प्रभारी दीपक गुप्ता सीतापुर ने रीवा कलेक्टर को एक अल्टीमेटम देते हुए आह्वान किया है कि यदि प्रभारी तहसीलदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए निलंबित नहीं किया तो जिलेभर के विकलांग बड़ी संख्या में एकत्रित होकर कलेक्टर कार्यालय रीवा घेर कर अपनी मांगे पूरी न होने तक कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना भी देंगे।
यदि कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार प्रशासन होगा। आरोप है कि प्रभारी तहसीलदार अनुराग त्रिपाठी मनगवां में पदस्थ रहते हुए दलित युवक हैंडीकैप राहुल वर्मा पर तहसीलदार के द्वारा अनैतिक दबाव डाला जा रहा है इन्हें तरह-तरह की धमकियां दी जा रही हैं यहां तक कि बुलडोजर लगाकर घर गिराने की विवाद प्रभारी तहसीलदार के द्वारा दो पटवारियों को पीड़ित के घर भेजकर अल्टीमेटम दी जा चुकी है दलित पीड़ित परिवार को भूमिहीन करने तक की धमकी दिया जा चुका है क्या ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन स्तर पर बैठे बड़े अधिकारी और सरकार कार्रवाई करने पर पीछे हट रही है? जो अपने आप मे बड़ा सवाल है विकलांग संघ के मीडिया प्रभारी दीपक गुप्ता ने अब आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयारी में जुट गए हैं