MP Congress News: कांग्रेस युवा को दे सकती है नेता प्रतिपक्ष की कमान
जनता नहीं ईवीएम चुन रही सरकार: दिग्विजय सिंह
भोपाल बीजेपी के बाद अब कांग्रेस में भी युवाओं को आगे लाने का प्लान बनने लगा है। गुरुवार को पीसीसी में कांग्रेस की बैठक होने जा रही है, जिसमें प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी भाग लेंगे। विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष का फैसला हो सकता है कांग्रेस किसी युवा को नेता प्रतिपक्ष की कमान सौंपने पर मुहर लगा सकती है। इसके साथ ही कांग्रेस आदिवासी कार्ड भी खेल सकती है।
जिन आदिवासी नेताओं के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। उनमें उमंग सिंघार, ओमकार सिंह मरकाम और बाला बच्चन प्रमुख हैं। यदि कमलनाथ खुद नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं रखते हैं तो किसी युवा को ये जिम्मेदारी मिल सकती है। चर्चा ये भी है कि कमलनाथ लोकसभा चुनाव तक नेता प्रतिपक्ष का पद अपने पास रख सकते हैं। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने अपने सरकारी आवास पर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि दोपहर 1 बजे से वें 45 बंगले स्थित आवास पर मौजूद रहेंगे।
जनता नहीं ईवीएम चुन रही सरकार: दिग्विजय सिंह
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ईवीएम से चुनाव के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। एक बार फिर उन्होंने कहा कि अब जनता सरकार नहीं चुन रही है ईवीएम चुन रही है। जिस मशीन में चिप लगी है वह उसमें जो सॉफ्टवेर झाला है उसका आदेश मानती है ना की हमारा अभी में अंग्रेजी फॉण्ट पर टाइप कर रहा हूं लेकिन हिन्दी फॉण्ट में टाइप हो रहा है।
ईवीएम के वीवीपीएटी यूनिट में उम्मीदवार का नाम और उसकी पार्टी का चुनाव चिन्ह, इंटरनेट से सॉफ्टवेयर डाला जाता है वो क्या सॉफ्टवेर है वह गुप्त है। क्या निष्पक्ष चुनाव के लिए उसे उजागर नहीं करना चाहिए? हम वोट डालते हैं वह दिखता जरूर है पर क्या छपा हमें नहीं मालूम।
जिस यूनिट बैलेट यूनिट में हम बटन दबाते हैं उसमें चिप नहीं होती लेकिन वोट वो पड़ता है और गिना जाता है जिसे वीवीपैट यूनिट चाहता है। और वीवीपेट यूनिट उस सॉफ्टवेर का आदेश मानता है जिसे चुनाव आयोग इंटरनेट द्वारा डालता है। वह क्या है हमें नहीं मालूम। अब आप बताइए हम ईवीएम के नतीजों पर कैसे भरोसा करें? यदि लोकतंत्र बचाना है तो बैलेट पेपर पर चुनाव कराओ या वीवीपेट स्लिप हमारे हाथ में दो हम अलग से रखी मतपेटी में डालेंगे। मतगणना उस मतपेटी में डाले मतों की होना चाहिए।