Rewa News: रीवा में शासकीय स्कूल का प्रभारी प्राचार्य को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते पकड़ा
वेतन निकालने मांगी थी रिश्वत
रीवा। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरौना के प्रभारी प्राचार्य विद्या चरण अहिरवार को लोकायुक्त ने बुधवार को पंद्रह सौ रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा है। प्रभारी प्राचार्य ने स्कूल में पदस्थ जनशिक्षक की लंबित तीन माह की वेतन निकालने के लिए यह पैसा मांगा था।
लोकायुक्त ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए प्राचार्य को घर उसके घर से पकड़ा है। इस पर लोकायुक्त ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी देते हुए लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल धाकड़ ने बताया कि प्राचार्य द्वारा आवेदक के तीन माह का वेतन निकलना था। जिस के लिए जन शिक्षक का उपस्थिति पत्रक प्राचार्य के द्वारा जारी किया जाना था; इसके लिए प्राचार्य द्वारा तीन हज़ार रुपए की मांग की गई थी। इसकी शिकातय मिली थी। इसमें वह पंद्रह सौ रूपए राशि पहले ले चुका था।
इसके बाद शेष पंद्रह सौ रूपए की राशि लेने के लिए बुधवार को अंबेडकर मोहल्ला डभौरा स्थित अपने घर बुलाया था। बुधवार को जैसे ही जनशिक्षक ने रिश्वत के पंद्रह सौ रूपए दिए। लोकायुक्त की टीम ने घर के अंदर जा पहुंची है। इसके बाद आरोपी प्रभारी प्राचार्य के पास से रिश्वत के पैसे जब्त कर लिया है। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने पर पकड लिया; इसके बाद कार्रवाई पूरी होने के स्वंय के मुचलेक पर जमानत दे दी है।
लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद प्राचार्य के द्वारा स्कूलों में चल रही अवैध वसूली और भ्रष्टाचार सामने आ गया है। लोकायुक्त की इस कार्रवाई ट्रेपकर्ता अधिकारी इंस्पेक्टर जिया उल हक के निर्देश में पूरी हुई है। इस दौरान 12 सदस्यीय टीम शामिल रही है।