Regional Industry Conclave Rewa: धनतेरस के पहले विंध्य में धन की वर्षा; रीवा में होगा 31 हजार करोड़ का निवेश, डालमिया, पंतजलि सहित अडाणी ग्रुप लगायेगे उद्योग

Regional Industry Conclave Rewa: पांचवे रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में प्रदेश सरकार को उम्मीद से अधिक निवेश आए है। अकेले रीवा में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 31 हजार करोड रूपए से अधिक का निवेश आया है। इसमे 14 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

  • विंध्य की धरा से…मध्यप्रदेश के विकास की नई उड़ान
    रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का सफल आयोजन
    💠 लगभग ₹31,000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त
    💠 28,000 से अधिक रोजगार के अवसर होंगे सृजित

120 बड़े उद्योगपति ने निवेश की इच्छा जताई

इनमें 120 बड़े उद्योगपति ने निवेश की इच्छा जताई है। रीजनल कॉक्लेव में आयोजित पत्रकारवार्ता में सीएम ने बताया कि अब तक हुए निवेश में रीवा का सबसे अधिक निवेश आया है। सीएम मोहन यादव ने कहा जो प्रमुख निवेश आया है। इनमें डालमिया ग्रुप के पुनीत डालमिया सीमेंट उद्योग में 3000 करोड़ रूपऐ का निवेश किया है। इसके अतिरिक्त पंतजलि योग आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण ने फुड प्रोसेसिग में 1000 करोड़ का निवेश करने कि बात कही है।

इसके अतिरिक्त अडाणी ग्रुप, बीपीएल, रमा गुप्र रियालंस ने बड़ा उद्वोग लगाने का प्रस्तवाव दिया है।

सीएम ने कहा कि पहली बार रीवा में इतने अधिक निवेश आए कि वह निवशेकों को बैठाने तक जगह नहीं बची। उन्होंने कहा कि इन उ़द्योग को जमीन में उतारने के लिए प्रदेश सरकार जिला स्तर पर उ़द्योग प्रकोष्ठ बना रही है। जो कि निवेशकों को मदद करेगी।

एशिया का पहला सोलर से चलाने वाला सीमेंट प्लांट लगायेगे डालमिया
इस दौरान पुनीत डालमिया ने कहा कि वह रामपुर बाघेलान में 40 हजार मीटिक टन सीमेंट बनाने के लिए पहला एशिया का सीमेट प्लांट लगा रहे है जो कि पूरी तरह साोलर पैनल से चलेगा। इसके अतिरिक्त चोरगढ़ी में अंबुजा सीमेंट प्लांट लगाने अंबुजा सीमेट तीन हजार करोड़ खर्च करेगाा।

 ‘विंध्य की धरती’ पर स्थित रीवा शहर में आज निवेश के महाकुम्भ

खनिज संपदा से समृद्ध, सफेद बाघों के लिए विख्यात, ‘विंध्य की धरती’ पर स्थित रीवा शहर में आज निवेश के महाकुम्भ ‘Vibrant Vindhya : Regional Industry Conclave’ में सहभागिता कर उद्योगपतियों एवं निवेशकों को प्रदेश में मौजूद संभावनाओं से अवगत कराया।

कार्यक्रम में प्रदेश की औद्योगिक गाथा में कुछ नये अध्याय जोड़ते हुए लगभग ₹2690 करोड़ लागत की 21 इकाइयों का वर्चुअल भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। इस अवसर पर विभिन्न कंपनियों व सरकार के विभिन्न विभागों के मध्य एमओयू हस्ताक्षर भी हुए।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि मध्यप्रदेश को देश के ‘शीर्ष औद्योगिक केंद्र’ के रूप में प्रतिष्ठित करने की कड़ी में आयोजित निवेश का यह महाकुम्भ विंध्य क्षेत्र के साथ ही संपूर्ण प्रदेश में विकास एवं रोजगार के द्वार भी खोलेगा।