मध्य प्रदेशरीवा

कांग्रेस न्यूजः सेमरिया से पूर्व विधायक को दलबदूल कहते हुए ग्रामीणों ने गांव से खदेड़ा, लगाए नारे

रीवा। सेमरिया विधानसभा मतदान की तारीखें नजदीक आते ही जनआर्शीवाद लेने पहुंच रहे प्रत्याशियों से जनता जबाव मांग रही है। ऐसे में कई जगह उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को सेमरिया अंतर्गत ग्राम पंचायत बरवाह में कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा और समथकों का भारी विरोध का सामना करना पड़ा। स्थिति यह बनी की उन्हेें वापस लौटना पड़ा है। इस तरह अन्य ग्राम पंचायतों में उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि इस दौरान उनके समर्थकों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया ,लेकिन दलबदलू बोलते हुए वह कोई बात सुनने का तैयार नहीं हुए।

बता दें कि पहली बार 2008 में सेमरिया विधानसभा से उन्हें भारी जनसमर्थन मिला था। इसके बाद 2013 के चुनाव में उनकी पत्नी को भी व्यापक जनसमर्थन मिला। यहां भव्य समर्थन मिलने के बावजूद वह 2018 में अपनी विधान व पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए है। 2018 में कांग्रेस से वही रीवा विधानसभा सीट के प्रत्याशी भी रहे। इसके बाद अब वह 2023 में सेमरिया विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी है लेकिन इसके दो महीने पहले भाजपा में सदस्यता ली थी। इसके पीछे वजह उन्होंने मन की शांति बताई और चुनाव नहीं लडऩे की बात कही। इसके बाद फिर कांग्रेस से प्रत्याशी बन गए है। ऐसे में इस तरह दल बदलने से उनके क्षेत्र मतदाताओं व कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है।

बोले कैसे करें विश्वास

ग्राम पंचायत बरवाह में कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि वह इस तरह रंग बदलने और बात बदलने वाले नेता पर कैसे विश्वास करें की वह सच्च बोला है। दरअसल कभी यह कांग्रेस को व पदाधिकारियों को गलत बतादें तो कभी शिवराज सिंह चौहान को। इस तरह नेता की बातों पर क्या भरोसा करें। इसलिए उन्हे ऐसा नेता नहीं चाहिए। इसे लेकर उन्हें कभी विरोध भी झेलना पड़ रहा है। ऐसे में समर्थकों की भी मुश्किल बढ़ रही है।

सिरमौर व त्योंथर में भाजपा प्रत्याशियों का विरोध

इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नहीं है भाजपा प्रत्याशियों को भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। गत दिनों भाजपा के निवृतमान विधायक दिव्यराज सिंह के समर्थक को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया था। इस दौरान ग्रामीणों को कहना था कि दस सालों को भाजपा विधायक इस गांव में नहीं पहुंचे और अब मतदान के समय पर प्रचार करने पहुंच रहे है। भारी विरोध के बाद भाजपा के समर्थकों व पदाधिकारियों को वापस आना पड़ा है। ग्रामीणों ने भाजपा समर्थक नहीं इसके लिए किलेबंदी कर दी है। इसी तरह त्योंथर विधानसभा में कांग्रेस से भाजपा में आए सिद्धार्थ तिवारी का भी भारी विरोध हो रहा है। यहां तो महिलाओं ने भाजपा के प्रचार रथ में पोस्टर फाड़ते हुए गांव की सीमा से बाहर निकाल दिया है। बता दें कि भाजपा की सिरमौर और त्योंथर दोनों सीटों कमजोर मानी जा रही है इसके लिए लगातार मुख्यमंत्री सहित स्टार प्रचारकों की सभाए हो रही है इसके बावजूद लोगों का आक्रोश दावेदारों के प्रति शांत नहीं हो रहा है।

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