जल्द होगा गोविन्दगढ़ तालाब का सौंदर्यीकरण, गोवा और मुंबई बीच का ले पायेंगे आनंद
रीवा जल्द ही महानगर बनने की और अग्रसर हो रहा है। लेकिन अब भी कुछ सुचिधाओं का आनंद लेने के लिये लोगों को कहीं और जाना पड़ रहा है। वहीं अभी तक रीवा की प्राकृतिक सुंदरता पर ध्यान नहीं दिया गया। अगर इन स्थानों को संरक्षित कर दिया जाये तो लोग रीवा से कहीं ईआर नहीं बल्कि दूसरी जगह के लोग रीवा आयेंगे। गोविन्दगढ़ का तालाब उसी सौंदर्य में से एक है। यह मद्यप्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा मानव निर्मित तालाब है। इसके बावजूद भी इस तालाब को संरक्षित नहीं किया गया और ना ही लोगों तक इसकी सुंदरता को पहुँचाया गया। अब ज़िला प्रशासन ने इसकी ज़िम्मेदारी ले ली है। और इस तालाब की सुंदरता को लोगों तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। अगर प्रशासन का यह प्रयास सफल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब लोग गोवा और मुंबई की तरह यहाँ भी घूमने आयेंगे। वाइट टाइगर सफारी भी इससे कुछ ही दूर पर है। यहाँ देश विदेश से लोग आते हैं लेकिन असुविधाओं के कारण आगे नहीं पहुँच पाते।अब इन सैलानियों को यहाँ तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
क्रूज़ और बोटिंग का भी मिलेगा आनंद
आपको बता दें कि प्रशासन और नगर परिषद इसको लेकर तेज़ी से काम कर रहा है। तालाब पर तीन विभाग जिस्म फ़िशरीज़, पीडब्ल्यूडी, और सिंचाई विभाग का मालिकाना हक़ है। लेकिन यह क्षेत्र नगर परिषद का है, और नगर परिषद इसके कार्य पर योजना बना रहा है। प्रस्ताव बनाये जा रहे हैं, यदि शासन से मदद मिलती है तो यहाँ क्राइज़, बोटिंग, वाटर स्पोर्ट्स, ऐतिहासिक इमारतों का आकर्षक रूप और तालाब के बीच में टापू बनाने का भी कम किया जाएगा। हाल ही में कलेक्टर मनोज पुष्प और एसपी नवनीत भसीन ने इसका निरीक्षण किया। वहीं नगर परिषद के कुछ अधिकारियों ने भी इसका निरीक्षण किया।
यदि बड़े होटल बने तो रुकेंगे सैलानी
आपको बता दें की गोविन्दगढ़ में अभी लेक व्यू के अलावा कोई होटल नहीं है। अगर यहाँ तालाब के आस पास फाइव स्टार होटल बन जाये तो वाइट टाइगर सफारी देखने आने वाले लोग यहाँ रुक सकेंगे और यहाँ की सुंदरता के बारे में भी जान सकेंगे। इससे राज्य को बड़ा राजस्व प्राप्त हो सकेगा। अगर शासन से बजट मिले तो इस ऐतिहासिक तालाब को विश्व भर में मशहूर किया जा सकता है।
तैयार होगी डाक्यूमेंट्री
नगर परिषद गोविन्दगढ़ प्रशासन द्वारा इस तालाब और गोविन्दगढ़ की सुंदरता पर एक डाक्यूमेंट्री तैयार की जा रही है। इस तालाब का निर्माण लोगों ने अपने हाथों से किया था। वर्तमान समय में इसी तालाब से नगर में पानी की सप्लाई की जाती है।
आपको बता दें कि गोविन्दगढ़ तालाब की सफ़ाई के लिए शासन द्वारा 6 करोड़ का बजट मिला है। इसके अलावा भी कई प्रस्ताव दिये जा रहे है। वहीं इसका निरीक्षण विधायक, कलेक्टर और एसपी द्वारा भी किया गया है।