रीवा

प्रशासन ने चलाया बुलडोजर: रीवा में बीहर नदी के ग्रीन बेल्ट पर बन रहे रिसार्ट पर प्रशासन ने चलाया बुलडोजर

नदी किनारे दीवार खड़ी कर किया था कब्जा

करहिया में बीहर नदी के किनारे ग्रीन बेल्ट में अवैध तरीके से कराए जा रहे निर्माण पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। लंबे समय से यहां अवैध कब्जा था। प्रशासन ने सर्वे कर नोटिस जारी किया था, लेकिन आरोपी ने खुद से कब्जा नहीं हटाया तो प्रशासनिक अधिकारी पुलिस व ननि टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बुल्डोजर चलवा दिया। एसडीएम अनुराग तिवारी, सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी, तहसीलदार शिवशंकर शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

रीवा। बीहर नदी के किनारे अवैध कब्जा कर रिसार्ट बनाया जा रहा था। प्रशासन से इसकी कई बार शिकायतें की गईं। हालांकि, नगर निगम के अधिकारियों ने यह कहते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया था कि करहिया नगर निगम की सीमा से बाहर है। यह ग्राम पंचायत का मामला है। कुछ दिन पहले ही ग्रीन बेल्ट के अतिक्रमण पर सामाजिक कार्यकर्ता बीके माला ने संभागायुक्त से शिकायत की थी। जिस पर संभागायुक्त ने कलेक्टर से कार्रवाई के लिए कहा था।

शिकायत में कहा गया कि बीहर नदी के ग्रीन बेल्ट को बचाने अवैध प्लाटिंग करने वालों पर कार्रवाई की जाए। साथ ही पौधरोपण कराकर ग्रीन बेल्ट को संरक्षित कराया जाए। बीहर नदी में करहिया मार्ग में जयंती कुंज के पास नदी किनारे स्थित टीले को समतल कर मलबा नदी में गिराने की शिकायत भी हुई, शिकायतकर्ता ने रियल एस्टेट विनियमन व विकास अधिनियम 2016 की शर्तों का खुलेआम उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि एनजीटी और रेरा की ओर से दिए गए निर्देशों का भी पालन नहीं किया जा रहा है।

अन्य हिस्सों पर भी होगी कार्रवाई
बीहर नदी के ग्रीन बेल्ट पर तेजी से अतिक्रमण हो रहा है। इसे लेकर प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार की है। अब शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नदी किनारे किए जा रहे कब्जे को चिन्हित किया जाएगा। संबंधित कब्जाधारियों को नोटिस देकर स्वयं हटाने को कहा जाएगा और नहीं मानेंगे तो उनके यहां भी बेदखली की कार्रवाई की जाएगी।

बीहर नदी के किनारे शाही रिवर व्यू नाम का रिसार्ट बनाया गया था। जहां पर नदी के ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में मिट्टी समतल कराई गई थी। साथ ही नदी किनारे तक दीवार खड़ी कर दी गई थी। जिसे बुलडोजर चलाकर तोड़ा गया है। यह रिटेनिंग वाल पिलर बनाकर तैयार की गई थी, काफी मजबूत थी। जिसके चलते तोड़ने में लंबा समय लगा। कई घंटे तक करहिया में प्रशासन की टीमें अतिक्रमण तोड़ने में लगी रहीं। कब्जा करने वाले ने नदी के हिस्से में भी मलबा पाटने का काम शुरू कर दिया था। जिसके चलते वह नदी के कुछ हिस्से को भी पाटने की तैयारी में था।

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