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Bageshwar Dham Sarkar : कौन है धीरेन्द्र शास्त्री जी महाराज, बागेश्वर धाम के संत कैसे जान लेते है लोगो के मन की बात जाने संपूर्ण जानकारी

आज के समय में आपने बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री जी महाराज के बारे में काफी सुना होगा. महाराज जी बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर में रामकथा करते हैं. रामकथा में दिव्य दरबार लगता है. जहाँ लाखों की संख्या में भक्त आते हैं. ऐसा माना जाता है की धीरेन्द्र शास्त्री जी महाराज के दादाजी छतरपुर के एक गाँव में दिव्य दरबार लगाया करते थे. उनकी प्रेरणा से महाराज जी ने भी दिव्य दरबार लगाना शुरू किया. और देखते ही देखते इनके भक्तो में बढ़ोतरी होने लगी.

धीरेन्द्र शास्त्री जी के जीवन का छोटा परिचय

इनका जन्म 4 जुलाई 1996 के दिन छतरपुर के गड़ा गाँव में हुआ हैं. ऐसा माना जाता है की इनका जन्म गरीब परिवार में हुआ था. एक कथा में महाराज जी ने कहा था की इन्होने इतनी गरीबी देखी है की एक समय का भोजन भी नही मिल पाता था. आगे महाराज जी कहते है की वह दान दक्षिणा में मिली वस्तु से अपना भरण पोषण करते थे.

महाराज जी के पिता का नाम राम करपाल गर्ग और माता का नाम सरोज गर्ग हैं. इनके दादाजी संत थे. उनका नाम भगवानदास गर्ग था. महाराज जी के एक बहन और छोटा भाई हैं.

क्या बागेश्वर धाम और महाराज जी कैसे जान लेते है लोगो के मन की बात

छतरपुर के गड़ा गाँव में हनुमान जी का मंदिर हैं. जहाँ महाराज जी अपनी रामकथा कहते हैं. जिसे बागेश्वर धाम के नाम से भी जाना जाता हैं. महाराज की रामकथा में अर्जी लगाई जाती हैं. यहाँ महाराज जी लोगो के मन की बात पहले से जान लेते हैं. इसके पीछे का कारण बालाजी महाराज की शक्ति को माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की धीरेन्द्र शास्त्री महाराज पर बालाजी महाराज की कृपा हैं. इस वजह से उनकी कृपा से महाराज जी लोगो के मन की बात जान लेते हैं.

ऐसा माना जाता है की जो भी लोग इनके दरबार में जाता है और अपनी अर्जी लगाता हैं. उनकी समस्या का निवारण होता हैं. और लोगो को बालाजी महाराज के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं.

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