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धनतेरस में शुभ मुहूर्त पर खरीदी व पूजा-पाठ के साथ कर लें ये आसान उपाय, सालभर बनी रहेगी सुख-समृद्धि व धन की आमद

दीपोत्सव का त्यौहार शुरू हो चुका है। धनतेरस के साथ ही मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का जतन लोगों द्वारा किया जाता है। धनतेरस पर माता लक्ष्मी, कुबैर और धनवंतरी की पूजा-अर्चना की जाती है। इस साल धनतेरस दो दिन मनाया जा रहा है। 22 और 23 अक्टूबर को धनतेरस की पूजा और खरीदी की जाएगी। जीवन में सुख-सकृद्धि के लिए दीपोत्सव का पांच दिवसीय पर्व धनतेरस से आरंभ हो जाता है। धनतेरस पर ऐसे उपाय किए जाते हैँ, जिससे साल भर धन का प्रवाह बना रहे। धनत्रयोदशी इस बार शनिवार के दिन पड़ रही है, इसलिए शनिवार के दिन लोहे का बर्तन या सामान खरीदने से बचे हैं अगले दिन अर्थात रविवार को शुभ मुहूर्त में आप इसी खरीदी कर सकते हैं। धनतरस पर करें ये उपाय-

  • धन्वंतरि जयंती अर्थत धनतेरस के पवित्र अवसर पर घर के सभी सदस्य एक साथ प्रदोष काल में पूजा स्थल पर बैठकर प्रसन्न चित मन से माता लक्ष्मी ,धन्वंतरी महाराज ,कुबेर एवं अपने ईष्ट देव की पूजा कर सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। इन दिनों घर में किसी भी प्रकार के कलह से बचना चाहिए
  • आपके घर के दरवाजे पर यदि कोई भी गरीब, बच्चा, अंग से भंग अथवा बुजुर्ग व्यक्ति आ जाए तो उसके साथ को गलत व्यवहार ना करें। यदि कोई कार्य आपके सामथ्र्य में न हो तो हाथ जोड़कर विनम्रता के साथ मना कर दें, लेकिन कठोर व्यवहार बिल्कुल भी न करें।
  • धनतेरस के दिन घर मे झाड़ू जरूर खरीदकर ले आएं और शुभ मुहूर्त में पूजन करें।
  • धनतेरस पर घर, आफिस, दुकान, प्रतिष्ठान को साफ सुथरा रखते हुए सुगंधित फूलों से सजाएं। पूरे घर का वातावरण खुशनुमा बनाते हुए घर के अंदर और बाहर दीप प्रज्वलित करें। शाम के वक्त दीपक जलाकर घर या प्रतिष्ठान सभी जगह खूब रोशनी करें।
  • अपने सामथ्र्य के अनुरूप धातु के बर्तन व कलश खऱीदकर लाएं। यदि आप धातु के बर्तन या कलश नहीं खरीद सकते हैं तो कोई दिक्कत नहीं मिट्टी के कलश से भी पूजा किया जा सकता है।
  • शुभ मुहूर्त में धनतेरस पर साबुत सूखा धनिया के बीज खऱीदकर घर मे रखने से परिवार में धन संपदा बढ़ती है।
  • धनतेरस पर मां लक्ष्मी, कुबेर एवं धन्वन्तरि की पूजा-आराधना शुभ मुहूर्त में ही करें, क्योंकि शुभ मुहुत्र्त में किया कार्य या पूजा ज्यादा शुभ फल दायक होता है।
  • धनतेरस पर हल्दी और चावल पीसकर उसका घोल बना ले और उसी से घर के दरवाजे पर शुभ-लाभ लिखे और स्वस्तिक बनायें। ऐसा करने से सालभर धन का आमद बनी रहेगी। पूजा स्थल में शंख की पूजा करने के बाद उसे जरूर बजाएं।
  • धनतेरस पर जो कलश खरीद कर लाएं हैं उसे घर के बाहर मेन गेट के बाद जो घर का प्रवेश द्वार है, उसके दोनों तरफ रखें। द्वार पर रखने से पहले कलश में कुमकुम, रोली, चंदन, अक्षत, सुपारी, दूर्वा, आम का पल्लव, पुष्प और सिक्का डाल दें। ऐस ही पांच दिनों तक रखते रहें।
  • धनतेरस से लेकर दीपावली तक बिल्ली, छिपकली व चूहों के साथ-साथ किसी भी जानवर को क्षति ना पहुंचाएं और ना ही मारे। वैसे तो किसी भी समय इन्हें क्षति नहीं पहुँचाना चाहिए परंतु इस अवधि में तो बिल्कुल भी ये गलती न करें।
  • शुभ मुहूर्त में कमल गट्टे की माला से मां लक्ष्मी के मंत्र का जप करने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

यह रहेगा शुभ मुहूर्त

  • 22 अक्टूबर को सायं। 6.02 बजे से प्रारंभ
  • 23 अक्टूबर को सायंकाल 6.03 बजे तक

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