Nautapa 2023 : नौतपा इस साल कब लगेगा, क्या है इसका धार्मिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण, जाने इस दौरान क्या बरते सावधानी
नौतपा। मई जून की भयंकर गर्मी से हर कोई तपता है यह एक गर्मी का प्रचंड दोर होता है जो ग्रीष्म ऋतु में आता है वही हिन्दू धर्म व संस्कृति में पंचाग के मुताबिक हर साल ज्येष्ठ माह में सूर्य देव चंद्रमा के नक्षत्र यानी रोहिणी में प्रवेश करते हैं तब से नौतपा का आरंभ माना जाता है। वही कहा जाता है कि सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में कुल 15 दिनों तक विराजमान रहते हैं। इसके शुरुआत के नौ दिन सबसे अधिक गर्मी वाले होते है। क्योंकि इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती है और प्रचंड गर्मी का एहसास होता है।
वैज्ञानिकों दृस्टीकोण से नौतपा
वैज्ञानिकों का कहना है कि नौतपा, 9 दिनों के पीरियड का एक महत्व पूर्ण मौसमी घटनाक्रम है, जबकि इस दौरान सूर्य पृथ्वी पर लंबवत पड़ती है। यह आमूमन मई-जून महीने के बीच आती है। साथ ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो कहा जाता है कि नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधी धरती पर पड़ती है, जिसके कारण तापमान सर्वाधिक होता है। तापमान बढ़ने से मैदानी इलाकों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है, जो समुद्र की लहरों को अपने तरफ आकर्षित करता है। इस कारण पृथ्वी के कई हिस्सों पर ठंडी हवाएं, तूफान और बारिश होने की संभावना होती है।
जानिए इस वर्ष किस दिन है नौतपा
इस वर्ष नौतपा 22 मई से शुरू हो रहा है जो कि 9 दिनों तक रहेगा। वही ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इसबार सूर्य देव 22 मई, सोमवार को सुबह 8:16 बजे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। जबकि रोहिणी नक्षत्र में गोचर करने के बाद सूर्य 2 जून, शुक्रवार की सुबह 6:40 बजे दूसरे नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इस तरह इस साल सूर्य ग्रह रोहिणी नक्षत्र में 12 दिन तक ही रहेंगे
धार्मिक दृस्टीकोण से नौतपा
नौतपा का धार्मिक शास्त्रों में भी उल्लेख मिलता है वही इसका उल्लेख क्षीमद् भागवत् कथा में भी मिलता है साथ ही बताया जाता है कि चंद्र देव रोहिणी नक्षत्र के स्वामी हैं और शीतलता के कारक हैं। ऐसे में जब सूर्य रोहिणी में गोचर करते है तो उस नक्षत्र को भी अपने प्रभाव में ले लेते हैं। इस वजह से पृथ्वी को शीतलता बिलकुल भी नहीं मिल पाती। ऐसे में तापमान बढ़ने लगता है और गर्मी काफी बढ़ जाती है।
यह बरते सावधानी
1 घर से निकलते समय एकदम धूप या गर्मी में न जाएं या अगर आप AC से निकले है तो खास कर सावधानी बरते।
2 नौतपा के दौरान नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहनें जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने को सोखते रहे।
3 नौतपा के दिनो में खुले शरीर बाहर न निकलें, टोपी पहने, कानों को ढंककर रखें और आंखों पर धूप का चश्मा जरूर लगाएं।
4 प्रतिदिन प्याज खाएं और साथ में भी रखें। अधिक गर्मी में मौसमी फल, फलों का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी, आम का पना पिएं या आम की चटनी खाएं। हल्का व शीघ्र पचने वाला भोजन करें
5. इन सबके अलावा समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार ग्लुकोज का सेवन करते रहें और अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल अनावश्यक न करें।