Regional Industry Conclave Rewa: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रीवा में प्रदेश की पाँचवी रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने विन्ध्य के औद्योगिक विकास के लिए कई घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विन्ध्य में प्राकृतिक संसाधन, खनिज पदार्थ और उद्योगों के विकास के लिए सभी साधन उपलब्ध हैं। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगों के विकास के लिए जिस सकारात्मक वातावरण का निर्माण किया है उससे विन्ध्य में भारी मात्रा में निवेश होगा। रीवा में इस कार्यक्रम के लिए शानदार व्यवस्थाएं की गईं। यहाँ निवेश के लिए कई उद्योगपति इच्छुक हैं। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव केवल एक कार्यक्रम नहीं है यह प्रदेश के औद्योगिक विकास का यज्ञ है। इसमें सरकार की नीतियों को अमली जामा पहनाने में प्रशासन की टीम ने बहुत शानदार काम किया है। हर विभाग ने बेहतर से बेहतर प्रदर्शन किया है।
- रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश के विकास का यज्ञ है – मुख्यमंत्री
- विन्ध्य में औद्योगिक विकास के सभी संसाधन हैं मौजूद
- निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सिंगरौली और कटनी में खुलेगा कंटेनर डिपो – मुख्यमंत्री
- रीवा और सतना जिलों में नए औद्योगिक विकास क्षेत्र बनेंगे
- सिंगरौली, मैहर और मऊगंज जिलों में बनाए जाएंगे एमएसएमई विकास क्षेत्र
- बैढ़न औद्योगिक केन्द्र में पानी की आपूर्ति के लिए 84 लाख रुपए मंजूर
- औद्योगिक निवेश के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर देंगे नई सहूलियतें
मुख्यमंत्री ने कहा कि रीवा में दो दिन पहले ही एयरपोर्ट का शुभारंभ किया गया है। विन्ध्य के विकास को गति देने तथा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सिंगरौली और कटनी में कंटेनर डिपो बनाए जाएंगे। साथ ही निर्यात को बढ़ावा देने के लिए आईएसडी कंटेनर तथा लॉजिस्टिक पार्क भी बनेंगे। रीवा और सतना में नए औद्योगिक क्षेत्र एवं सिंगरौली, मऊगंज और मैहर जिलों में एमएसएमई के नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। बैढ़न औद्योगिक केन्द्र में पानी की आपूर्ति के लिए 84 लाख रुपए की नई योजना मंजूर कर ली गई है। विन्ध्य में हेल्थ टूरिज्म का विकास करने के लिए कई प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीधी जिले के संजय दुबरी अभ्यारण्य में विश्व स्तरीय पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र के सहयोग से होटल रिसार्ट आदि का विकास किया जाएगा। प्रदेश में बड़े उद्योगों की स्थापना के मामले में यदि नियमों में परिवर्तन की आवश्यकता होगी तो कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर उद्योगों को सहूलियत देंगे।
रीवा में औद्योगिक, हरित और पर्यटन की क्रांति से गरीबी ढूंढे नहीं मिलेगी: उप मुख्य मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल
समारोह में उप मुख्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि बाणसागर के पानी ने पूरे रीवा क्षेत्र की तस्वीउर और तकदीर बदली है। रीवा में विकास के अनेक कार्य हुए हैं। जिनमें सफेद शेर की वापसी, गुढ़ में 750 मेगावॉट का सौर प्लां ट और रीवा को एयरपोर्ट की सुविधा के कार्य शामिल हैं। उन्हो,ने कहा कि रीवा में औद्योगिक, हरित और पर्यटन की क्रांति से गरीबी ढूंढे नहीं मिलेगी। उन्हो्ने कहा कि अब हम देश विदेश के उद्योगपतियों से पूरे फक्र के साथ कह सकते हैं कि हमारे यहां उद्योग लगाने की संपूर्ण सुविधा विकसित हो चुकी है, हमारे यहां आईए और उद्योग लगाईए। उप मुख्योमंत्री ने कहा कि रीवा में अभी 3 लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हुई है। अब इसे 4 हजार करोड़ रूपये की लागत से अन्य सिंचाई योजनाओं के माध्याम से रीवा जिले की एक-एक इंच भूमि को सिंचित किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने रीवा और विंध्य क्षेत्र को अनुपम सौगातों के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने रीवा में सफलता पूर्वक इंडस्ट्रियल कॉनक्लेव के आयोजन के लिए सभी का धन्यवाद किया।
समारोह में प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री तथा रीवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि 2024 इन्वेस्टर मीट के सकारात्मक संवाद के लिए इतिहास में दर्ज होगा। उन्होंने कहा सरकार उद्योग हित और श्रमिक हित का संकल्प व्यक्त करती है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को रीवा में इस आयोजन के लिए बधाई दी। समारोह में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य कश्यप ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से जिलों में उद्योगों का आत्मविश्वास बढ़ा है। उनमें विकास और उन्नति की नई दृष्टि का विकास हुआ है। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश में समग्र और समेकित विकास की परिकल्पना को साकार करेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश निश्चित ही विकास के नए आयाम और ऊंचाइयों को छुएगा।
समारोह में प्रदेश के मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का उद्देश्य प्रदेश का समेकित विकास तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग को बढ़ावा देना है। रीवा संभाग में उद्योगों के लिए पर्याप्त भूमि, पानी और बिजली उपलब्ध है। अपर मुख्य सचिव ऊर्जा मनु श्रीवास्तव ने ऊर्जा और नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के अवसरों तथा प्रमुख सचिव उद्योग राघवेन्द्र कुमार सिंह ने औद्योगिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। समारोह में अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय दुबे, प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला ने विन्ध्य में विकास के विभिन्न आयामों की जानकारी दी।
समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से 21 औद्योगिक इकाईयों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनकी कुल लागत 2690 करोड़ रुपए है। मुख्यमंत्री ने रीवा में कालेज चौराहे में 50 हजार वर्गफिट में बनाए जा रहे 10 मंजिला आईटी पार्क का भी भूमिपूजन किया। इसकी लागत 66.71 करोड़ रुपए है। रीवा के चोरहटा औद्योगिक केन्द्र को बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए मुख्यमंत्री ने औद्योगिक केन्द्र में विद्युत सब स्टेशन निर्माण का भूमिपूजन किया। समारोह में रीवा और सतना में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एकेएस यूनिवर्सिटी सतना तथा पर्यटन विकास निगम के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री जी के समक्ष नगर निगम रीवा ने औद्योगिक केन्द्र चोरहटा को औद्योगिक जल की आपूर्ति के समझौते पर हस्ताक्षर किए।