Regional Industry Conclave Rewa: विंध्य अब ठहरने वाला नहीं। निवेश के महाकुंभ में इस क्षेत्र पर जमकर धनवर्षा हुई। रीवा में आयोजित पांचवीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 31 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश के प्रस्तावों ने संभावनाओं के नए द्वार खोले हैं। इससे न केवल 28000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि विकास को पंख भी लगेंगे। बाणसागर डैम, व्हाइट टाइगर सफारी, सोलर पावर प्लांट और रीवा एयरपोर्ट से सुसज्जित विंध्य के लिए यह कॉन्क्लेव विकास की नई क्रांति की शुरुआत है। अब यह थमने को तैयार नहीं।
- प्रदेश को हीरे की तरह तराशेंगे
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव प्रदेश के विकास का यज्ञ है। इसमें शामिल हो रहे उद्योगपतियों और निवेशकों के सहयोग से उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग कर प्रदेश को हीरे की तरह तराशेंगे। एक बैठक में उद्योगपति से मुलाकात होती है और अगली बैठक में इकाई का भूमि-पूजन हो जाता है। मध्यप्रदेश के विकास के लिए हम सभी अपने ‘ईगो’ को छोड़कर टीम भावना के साथ कार्य करने के लिए तत्पर हैं।
डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री
- प्रगति का रनवे: विंध्य अब रुकेगा नहीं, विकास की भरेगा नई उड़ान
रीवा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा की रीजनल कॉनक्लेव में सौगातों की बौछार की। सिंगरौली और कटनी में दो इनलैंड कंटेनर डिपो की घोषणा की। सिंगरौली, मऊगंज, सीधी और मैहर में नए इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने की बात कही। सीएम ने संजय दुबरी नेशनल पार्क सीधी में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन विकासित करने पर जोर दिया।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आज…
💠 लगभग ₹31 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिसमें 28 हजार से अधिक रोजगार होंगे सृजित
💠 85 इकाइयों के आशय पत्र जारी, जिनमें 146 एकड़ भूमि आवंटित
💠 21 इकाइयों के भूमिपूजन व लोकार्पण, जिसमें ₹2680 करोड़ से अधिक का निवेश… pic.twitter.com/o7LaVCWiE9
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 23, 2024
उन्होंने बताया कि कॉनक्लेव में 10 राज्यों के उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया और अलग-अलग सेक्टर में उद्योग लगाने पर सहमति जताई। उद्यमियों को आश्वस्त किया कि मध्यप्रदेश ऐसा राज्य है जहां पर उद्योगों के लिए सबसे सरल नीति है। यहां माहौल भी ऐसा है कि निवेश का स्वागत करने के लिए सरकार खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कई निवेशकों से वन टू वन चर्चा की और आश्वासन दिया कि कोई प्रशासनिक रुकावट नहीं आएगी। हर जिले में उद्योग प्रकोष्ठ गठित कर दिए गए हैं। सिंगल विंडो सिस्टम से जल्द एनओसी दी जाएगी। सरकार ने यह संकल्प भी दोहराया कि विंध्य क्षेत्र का विकास अब किसी भी हाल में नहीं थमेगा। हर तरह के संसाधन मुहैया कराए गए हैं। अब उद्योगों की स्थापना से क्षेत्र में विकास की नई राह खुलेगी।
ये हैं घोषणाएं
■ 2680 करोड रुपए की 21 इकाइयों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
■ सिंगरौली और कटनी में इनलैंड कंटेनर डिपो बनाए जाएंगे।
■ सीधी, सिंगरौली, मऊगंज और मैहर में एमएसएमई का नया इंडस्ट्रियल एरिया करेंगे विकसित
■ संजय-दुबरी राष्ट्रीय उद्यान में उपलब्ध होंगी अंतरराष्ट्रीय स्तर की टूरिज्म सुविधाएं
■ विंध्य क्षेत्र की पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के लिए करेंगे विशेष प्रावधान
■ हर जिले में एमएसएमई के लिए नए इंडस्ट्रियल एरिया।
■ रीवा-सतना में अन्य नए इंडस्ट्रियल एरिया विकसित होंगे।
■ जरूरत पर निवेश के नियमों की सीमा तोड़ेंगे।
■ महिलाओं को उद्योग में काम पर 5000 की मदद।
■ जिलों में सिंगल विंडो सिस्टम से सुविधाएं देंगे।
विकास की क्रांति
कुछ समय पहले तक संसाधनों की कमियां थीं। अब यहां की धरती दौलत पैदा करने लगी है। बाणसागर बांध, ह्वाइट टाइगर सफारी, सोलर प्लांट व एयरपोर्ट की उपलब्धियों से बढ़कर कॉन्क्लेव साबित होगा। हरित, औद्योगिक और पर्यटन की क्रांति यहां आएगी। अब विंध्य विकास में थमने वाला नहीं है।
राजेन्द्र शुक्ला, उप मुख्यमंत्री
आज स्वर्णिम दिनमहाकाल की नगरी से शुरू हुआ अभियान महामृत्युंजय की नगरी रीवा में बड़े स्वरूप में पहुंचा है। जिस तरह से विंध्य में उद्योगों के लिए संभावनाएं हैं और सकारात्मक सहयोग मिल रहा, उससे यह क्षेत्र अग्रणी बनकर उभरेगा। आज का दिन विंध्य के स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
प्रहलाद पटेल, प्रभारी मंत्री
सुविधाएं सरप्लस में हैं
मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश के के देश देश के टॉप पांच बड़े अचीवर राज्यों में शामिल है। हर क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। उद्योगों के लिए बिजली, पानी जैसी सुविधाएं सरप्लस में हैं। यहां की खासियत यह है कि अंदर-बाहर का कोई फर्क नहीं होता। यहां जो भी आता है, यहीं का होकर रह जाता है। सरकार ने नीति में संसाधनों कर उद्योगों के लिए माहौल तैयार किया है।
अनुराग जैन, मुख्य सचिव
भविष्य के विंध्य पर उद्योगपतियों ने रखी अपनी बात
अच्छे परिणाम आएंगे
कॉन्क्लेव के भविष्य में बहुत अच्छे परिणाम होंगे। इसका असर आने वाले 20 साल में दिखेगा। हमारी भी सीएम से वन टू वन हुई है। हम विंध्य या फिर सतना में 500 करोड़ की इंडस्ट्री खड़े करने वाले हैं। जहां जमीन मिलेगी, वहीं इंडस्ट्री लगाएंगे। सरकारी नीतियां यदि सफल रहीं तो हर किसान 1 एकड़ में एक लाख रुपए की कमाई करेगा। – नरेश गोयल, उद्योगपति, रामा ग्रुप सतना
व्यापार बूम लेगा
हमारे विंध्य क्षेत्र में पहली बार कोई समिट हुई है। इससे नई जनरेशन को सीखने का अवसर मिलेगा। बाहर के उद्योगपतियों ने विंध्य को करीब से देखा है। यहां बड़ी मात्रा में प्राकृतिक संसाधन हैं। सडक, बिजली, पानी व नहरों का जाल है। अब विंध्य का व्यापार बूम लेगा। महानगरों को हम पीछे छोड़ देंगे।– अजय मेहरोत्रा, मेहरोत्रा बिल्डकॉन
विंध्य को फायदा
पहली बार रीजनल कॉन्क्लेव होने से एक माहौल तो तैयार हो गया है। कुछ बड़े औद्योगिक घराने के लोग भी आए थे और कहकर गए हैं कि बड़ा निवेश करेंगे। दो-चार भी बड़े निवेश हुए तो उनके सपोर्ट में छोटे कारोबार को भी अवसर मिलेंगे। रीवा सहित पूरे विंध्य को इसका फायदा मिलेगा।
राजीव खन्ना, अध्यक्ष उद्योग विहार एसो. रीवा
पतंजलि ग्रुप मऊगंज और उज्जैन में करेगा निवेश
पतंजलि ग्रुप के आचार्य बालकृष्ण ने 1000 करोड़ रुपए के निवेश की संभावना जताई। कहा कि उज्जैन में योग और आयुर्वेद का संस्थान बनाएंगे। साथ ही मऊगंज में सरसों तेल या अन्य खाद्य प्रसंस्करण की इकाई डालने के इच्छुक हैं। इस क्षेत्र के किसानों की आय बढ़ाने में भी मदद की जाएगी। किसान अपनी फसल बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र रहेंगे, लेकिन जो फसल बचेगी वह खरीदने की गारंटी दी जाएगी।
सोलर एनर्जी से चलने वाला पहला प्लांट
डालमिया भारत समूह के सीएमडी पुनीत डालमिया ने कहा कि वह विंध्य में 3000 करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहे हैं। यह प्लांट दुनिया का ऐसा पहला प्लांट होगा जो स्वयं की सोलर एनर्जी से चलेगा। उत्पादन के साथ ही हम यह भी सदेश दगे कि एक ओर हम विकास की गति में आगे बढ़ रहे हैं तो दूसरी ओर पर्यावरण की रक्षा करने की चिंता भी है।