नई दिल्ली। कई दिनों से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रर्दशन कर रहे पहलवानों का रविवार को महिलाओं पहलवानों का जंतर मंतर से लेकर नए संसद भवन तक मार्च निकाले का आह्वान किया था, जिसकों लेकर पुलिस भी सतर्क थी वही रविवार नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह था जहां पर सब की निगाहें बनीं हुई थी।
वायरल हुई तस्वीर
पहलवानो को पुलिस की अनुमति न मिलने के बाद भी पहलवानों ने मार्च निकाला जिसकों लेकर पुलिस ने रोकने की भी कोशिश इस बीच पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प हो गई और पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया वही हिरासत में लिए जाने के बाद सोशलमीडिया पर पहलवानों की एक तस्वीर वायरल हो गई जिसमें पहलवान विनेश फोगट और संगीता फोगट की बस में मुस्कुराते हुए फोटो में नजर आए जबकि तस्वीर की जब हकीकत सामने आई तो कुछ और ही निकला वही बताया जा रहा की तस्वीर एआई साफ्टवेयर द्वारा एडिट कर वायरल की गई है।
वायरल तस्वीर पर बोली साक्षी मलिक
सोशलमीडिया पर पर मुस्कुराने की तस्वीर वायरल होने के बाद साक्षी मालिक ने कहा कि सोशल मीडिया पर हमारी तस्वीरें एडिट करके डाली गई, हम परेशान थे लेकिन हमारी हंसती हुई तस्वीर एडिट की गई। हमें परेशान करने के लिए ऐसा किया गया। मुझे नहीं लगता कि यह सही है, हमें बदनाम करने की कोशिश की गई। हमने अभी आगे के बारे में नहीं सोचा है। हम आगे के बारे में बाद में जानकारी देंगे।
बोली हम शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे थे
रविवार को धरने प्रद्रशन के दौरान उनके खिलाफ दर्ज हुई FIR पर पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि, कल जो स्थिति बनी वह ख़राब थी, हम शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे थे। जंतर-मंतर से 10 कदम की दूरी पर बैरिकेडिंग की गई थी। हमें जबरदस्ती बस में उठाकर डाला गया। हमें घसीटा गया, हमें चोट भी आई।