सीधी की बेटियों ने जॉर्जिया में दिखाया जलवा, अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता में जीते दो स्वर्ण पदक
मध्यप्रदेश के सीधी जिले की दो बेटियों ने कमाल कर दिया है। अपनी प्रतिभा से न सिर्फ जिले का नाम रोशन किया है बल्कि विदेशी जमीन पर भारत का दबदबा बनाया है। इन दिनों अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता का आयोजन पूर्वी यूरोप के जॉर्जिया में किया जा रहा है। जॉर्जिया के बातूमी शहर में चल रही अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता की जिसमें जिले की दो बेटियों ने स्वर्ण पदक जीत कर भारत का परचम लहराया है। इस उपलब्धि की जानकरी गृह जिले सीधी पहुंचने पर चारों आरे खुशी का माहौल है। सोशल मीडिया पर बधाइयों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतियोगिता में मप्र से तीन प्रतिभागी शामिल हुए। दो सीधी व एक इंदौर से थीं, जिसमें से सीधी की दोनों बेटियों ने स्वर्ण पदक जीते।
पिता निर्सिंग होम में कैशियर, मां स्कूल में भृत्य
शहर के वार्ड-1 निवासी प्रियंका केवट मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं। तीन बहनों व एक भाई में प्रियंका दूसरे नंबर की है। बताया गया है कि प्रियंका के पिता शिवराज केवट एक नर्सिंग होम में कैशियर व मां सोनिया केवट ज्योत्सना हायर सेकंडरी स्कूल में भृत्य का काम करती हैं। प्रियंका 10 वर्ष से वुशू का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। जॉर्जिया में आयोजित प्रतियोगिता में 48 किग्रा वजन ग्रुप में प्रियंका ने गोल्ड मेडल जीता। पहले भी प्रियंका ने कई मेडल जीते हैं। इसके पहले स्टेट लेवल में करीब एक दर्जन गोल्ड मेडल पर कब्जा कर चुकी हैं। नेशनल लेवल की प्रतियोगिता की बात करते तो करीब आधा दर्जन सिल्वर व ब्रांज मेडल अपने नाम किए हैं।
गीतांजलि ने भी दिया भारत को गोल्ड
वहीं दूसरी ओर सीधी के ही पुलिस कॉलोनी निवासी गीतांजलि ने भी अंतरराष्ट्रीय वुशू चैंपियनशिप में 56 किग्रा वजन वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल का देश व जिले का नाम रौशन किया है। गीतांजलि के पिता विनोद त्रिपाठी पुलिस विभाग में सहायक उपनिरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं। वर्ष 2014-15 में इन्होंने चीन के मंगोलिया में ब्रांज मेडल जीता था। इस पर गीतांजलि को भारतीय खेल प्राधिकरण ने सीमा सुरक्षा बल में चयनित किया था, वह वर्तमान में दिल्ली में पदस्थ हैं।