रीवा. भाजपा के पार्षदों में खेमेबाजी अब खुलकर सामने आने लगी है। जिन 15 पार्षदों ने हाल ही में आयोजित निगम परिषद की बैठक का बायकाट किया था, वह एक बार फिर काफी हाउस में बैठक कर चर्चा में आ गए हैं। इन पार्षदों की बैठक का फोटो भी वायरल हुई है। जिसके बाद से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इसमें वही लोग मौजूद रहे हैं जो गत दिवस परिषद की बैठक में नहीं आए थे।
इन पार्षदों की ओर से बैठक के संबंध में बोलने से इंकार किया गया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस एवं अन्य द्वारा इसे भाजपा के भीतर बगावत बताकर चुटकी ली जा रही है। भाजपा पार्षद दल के नेता दीनानाथ वर्मा के नेतृत्व में 15 पार्षदों ने यह कहते हुए परिषद की बैठक से दूरी बनाई थी कि यहां पर कुछ भी मांग रखने का कोई मतलब नहीं निकल रहा है। लगातार सभी अपने वार्डों के विकास की बातें करते हैं लेकिन उस पर कोई अमल नहीं होता। नाराजगी नगर निगम के अधिकारियों के साथ परिषद अध्यक्ष के प्रति भी थी। क्योंकि वह भी कोई कार्यवाही करवा पाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं।
प्रदेश सरकार की वकालत
परिषद की बैठक का बहिष्कार कर अपनी नाराजगी जाहिर करने वाले पार्षदों ने अपने दल के प्रति पूरी निष्ठा जाहिर की है और कहा है कि कोई यदि अफवाह फैला रहा है तो वह निराधार है। वार्ड के विकास के लिए बात कर रहे हैं। इन पार्षदों से अब तक परिषद अध्यक्ष या फिर संगठन ने बात नहीं की है। नगर निगम के अधिकारियों के रवैए से वह नाराज चल रहे हैं। रविवार को हुई बैठक इसलिए भी चर्चा में है कि इसमें वही पार्षद मौजूद रहे जो परिषद की बैठक में नहीं गए थे।
उप मुयमंत्री ने काम का दिया आश्वासन: असंतुष्ट चल रहे पार्षदों ने उप मुयमंत्री राजेन्द्र शुक्ला से भी अपनी बात बताई है और कहा है कि वार्ड का विकास नहीं हो पा रहा तो स्थानीय लोगों का दबाव बढ़ रहा है। इस पर शुक्ला ने कहा है कि किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है, कोई काम रुकावट नहीं बनेगा। यदि ऐसी स्थिति आती है तो सीधे हमसे बात करें। बताया जा रहा है कि इस आश्वासन के बाद ही सभी पार्षद फिर से एक साथ बैठे और आगे की रणनीति तैयार की है।