अभिनेता कुमुद मिश्र: देश विदेश में ख्यात थिएटर एवं फिल्म जगत की पर्सनालिटी कुमुद मिश्रा एक दिवसीय संक्षिप्त प्रवास पर मऊगंज पहुंचे। यहां पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। अभिनेता कुमुद मिश्रा ने इस दौरान वृक्षारोपण भी किया।
बघेली बोली के नाटकों के संदर्भ में हुए विमर्श में कुमुद जी ने कहा कि बघेली के छोटे नाटकों के मंचन , यहां की संस्कृति और लोकपरंपरा को शामिल करते हुए करना चाहिए और अपसंस्कृति से अलग अच्छे नाटकों के मंचन किए जाने चाहिए।
मऊगंज जिले के नन्ही नदी ओड्डा के किनारे बघेली बोली के ख्यातिलब्ध पहले नाटककार रंग निर्देशक हीरेन्द्र सिंह का पुश्तैनी ठिकाना है। सुदूर एकांत में बसे इस गांव में देश विदेश में ख्यात थिएटर एवं फिल्म जगत की पर्सनालिटी कुमुद मिश्रा पधारे। गांव में संस्था प्रयास के कार्यालय और नदी के तीर में उन्होंने वृक्षारोपण करते हुए कहा कि पर्यावरण हमारी गांव की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रही है और आने वाले बच्चों को इससे न केवल अवगत कराने की ज़रूरत है बल्कि कृयान्नवयन की आवश्यकता है।
प्रयास संस्था के ग्राम्यांचल शाखा के युवा संयोजक शालिवाहन सिंह ने कुमुद मिश्रा साहेब का आभार व्यक्त किया और कहा आपने अपने बेहद व्यस्त कार्यक्रम से बहुमूल्य समय निकाल कर हम ग्रामीण जनो और रंगकर्मियों में ऊर्जा का संचार किया है। बघेली बोली के नाटकों के संदर्भ में हुए विमर्श में कुमुद जी ने कहा कि बघेली के छोटे नाटकों के मंचन , यहां की संस्कृति और लोकपरंपरा को शामिल करते हुए करना चाहिए और अपसंस्कृति से अलग अच्छे नाटकों के मंचन किए जाने चाहिए।
कुमुद जी को अनेक धारावाहिकों के साथ ही सुल्तान, राम सिंह चार्ली, राक स्टार, ‘रूस्तम’ ‘जानी एल एल बी’ नेटफ्लिक्स में ‘नज़रअंदाज’ जैसी फिल्मों में जबरदस्त अभिनय किया है।
रंगकर्मी राजेन्द्र सोनी, जीतेन्द्र मिश्रा, सुहेल सेन, लक्ष्मीकांत अनुरागी,अंकित चतुर्वेदी, शिवाजी राव भुवन कोल,ग्राम्यांचल के अन्य रहवासी उपस्थिति रहे।