रीवा. राजस्व विभाग के कर्मचारी को फिर रिश्वत लेते पकड़ा गया है। गुढ़ तहसील के नायब तहसीलदार कार्यालय में भृत्य को रीडर का प्रभार दिया गया था। लोकायुक्त टीम ने उसे नामांतरण के एवज में 35 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
गुढ़ के संदीप पांडेय ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि नामांतरण के आवेदन को दो माह से जानबूझकर उलझाया जा रहा है। हर बार नायब तहसीलदार का प्रभारी रीडर पुष्पेन्द्र मिश्रा (मूल पद भृत्य) रिश्वत की मांग कर रहा है। कुछ समय पहले ही उसने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। बड़ी रकम होने से शिकायतकर्ता ने असमर्थता जाहिर की थी।
जिसके बाद 35 हजार रुपए में बात हुई। सोमवार दोपहर जैसे ही संदीप पांडेय ने आरोपी पुष्पेन्द्र मिश्रा एवं कोटवार बुद्धसेन साहू को रुपए दिए लोकायुक्त टीम ने दोनों को घर दबोचा। दोनों के हाथ धुलवाए गए तो लाल हो गए, जिससे साबित हुआ कि लोकायुक्त द्वारा दिए गए नोट ही आरोपियों ने लिए है। दोनों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
प्रकरण से जुड़ी प्रक्रिया के लिए देर शाम तक दोनों आरोपी लोकायुक्त टीम की अभिरक्षा में रहे। बाद में उन्हें मुचलके पर छोड़ दिया गया। नायब तहसीलदार के कार्यालय में यह कार्रवाई लोकायुक्त के निरीक्षक जियाउल हक के नेतृत्व में हुई साथ में डीएसपी प्रमेन्द्र कुमार सहित 12 सदस्यीय टीम मौजूद रही।
अधिकारियों को भी रकम देने की कही बात
शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपी ने नामांतरण के बदले बड़ी रकम की मांग की थी। वह अड़ा रहा कि यह रकम ऊपर के अधिकारियों को भी देनी होती है। अब लोकायुक्त की टीम ने सभी पहलुओं को अपनी जांच में शामिल किया है। नायब तहसीलदार या तहसीलदार सहित अन्य किसी अधिकारी की यदि भूमिका पाई जाएगी तो संबंधित पर कार्रवाई होगी।
रसूख का धौंस जमाता था भृत्य
राजनीतिक दबाव के चलते अधिकारियों ने भृत्य को रीडर की कुर्सी पर बैठा दिया था। तब से यह लगातार प्रकरणों को डील करने लगा। वह आफिस के भीतर और बाहर दोनों जगह अपनी धौंस दिखाता था। अधिकारियों के नाम पर वह पहले भी रिश्वत लेता रहा है, पूर्व में नायब तहसीलदार के पास भी कुछ लोगों ने शिकायत की थी लेकिन किसी तरह की विभागीय कीरवाई नहीं हुई। जिसकी वजह से वह लगातार रिश्वत लेता रहा और आखिरकर पकड़ा गया। इतना ही नहीं यह भी अपने रिश्वत की रकम कोटवार के हाथ से लेता था।
रिश्वत मांगने की शिकायत आई थी। जिस पर गुढ़ के नायब तहसीलदार के रीडर जिसका मूल पद भृत्य है, रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। इस मामले में अन्य किसकी भूमिका है इसकी भी जांच की जाएगी।
जियाउल हक, निरीक्षक लोकायुक्त रीवा