रीवा। नगर निगम रीवा एनयूएलएम शाखा द्वारा केंद्रीय जेल रीवा में महिला कैदियों के लिए व्यवहार परिवर्तन और आय अर्जन के उद्देश्य से 11 स्व-सहायता समूहों का गठन किया गया है।
इन समूहों के महिलाओं को जूट बैग निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके अलावा, जल्द ही महिलाओं को अचार, पापड़, साबुन और सर्फ बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

यह पहल न केवल महिला कैदियों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाएगी, बल्कि उनके पुनर्वास और समाज में पुनः समाहित होने का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।
महिला कैदियों को यह प्रशिक्षण आरसिटी सहयोगी संस्था द्वारा दिया जा रहा है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक श्री एसके उपाध्याय, सहायक आयुक्त श्रीमती रूपाली द्विवेदी और सिटी मिशन मैनेजर श्रीमती प्रीति रोचलानी उपस्थित रहीं।